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बुधवार, 29 मई 2024

इंडिया के जाल में फस गई एनडीए की चार सीटे

उत्तर प्रदेश में अंतिम चरण के चुनाव में जातिगत समीकरणों ने एनडीए के लिए चार महत्वपूर्ण सीटों पर कड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। इन सीटों पर जातियों का प्रभाव और उम्मीदवारों की जातीय पहचान वोटरों के रुझान को प्रभावित कर रही है। 

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आइए देखते हैं इन चार सीटों पर एनडीए की स्थिति:

1. घोसी
   - एनडीए उम्मीदवार: अरविंद राजभर (सुभासपा)
   - विरोधी: राजीव राय (सपा), बालकृष्ण चौहान (बसपा)
   - जातीय समीकरण: भूमिहार, राजभर और चौहान वोटरों में विभाजन

2. मिर्जापुर
   - एनडीए उम्मीदवार: अनुप्रिया पटेल (अपना दल)
   - विरोधी: राजेंद्र एस बिंद (सपा), मनीष त्रिपाठी (बसपा)
   - जातीय समीकरण: पटेल, बिंद और त्रिपाठी वोटरों में खींचतान

3. चंदौली
   - एनडीए उम्मीदवार: महेंद्र नाथ पांडेय (बीजेपी)
   - विरोधी: वीरेंद्र सिंह (सपा), सतेंद्र मौर्या (बसपा)
   - जातीय समीकरण: ठाकुर, मौर्या और ब्राह्मण वोटरों का असमंजस

4. बलिया
   - एनडीए उम्मीदवार: नीरज शेखर (बीजेपी)
   - विरोधी: सनातन पांडेय (सपा)
   - जातीय समीकरण: राजपूत बनाम ब्राह्मण वोटरों की दुविधा

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इन सीटों पर समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशियों ने जातिगत समीकरणों का फायदा उठाते हुए एनडीए को कड़ी टक्कर दी है। भाजपा और एनडीए के लिए चुनौती यह है कि वे कैसे अपने कोर वोटर्स को संभाल पाते हैं और जातिगत विभाजन को सुलझाते हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश में जाति आधारित राजनीति का प्रभाव इन सीटों पर चुनावी नतीजों को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करेगा।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1 जून तक मेडिटेशन के लिए कन्याकुमारी के विवेकानंद रॉक मेमोरियल में रहेंगे।

लोकसभा चुनाव 2024 के अंतिम चरण की वोटिंग 1 जून को होनी है, जिसके लिए आज, 30 मई, को चुनाव प्रचार थम जाएगा। 


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इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1 जून तक मेडिटेशन के लिए कन्याकुमारी के विवेकानंद रॉक मेमोरियल में रहेंगे।
 विपक्ष के नेताओं ने पीएम मोदी की इस यात्रा पर सवाल उठाए हैं और चुनाव आयोग से शिकायत की है।
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CPI(M) तमिलनाडु के सचिव के बालाकृष्णन ने मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर मांग की है कि प्रधानमंत्री के मेडिटेशन के दौरान इससे जुड़ी खबरों के प्रसारण पर रोक लगाई जाए।
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 उन्होंने कहा कि मेडिटेशन पीएम की निजी पसंद है, लेकिन इसका मीडिया प्रसारण पीएम और भाजपा के लिए प्रचार का माध्यम बन सकता है, जो आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है।
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कांग्रेस ने भी इसी मसले पर चुनाव आयोग से शिकायत की है। कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा है
 कि 48 घंटे के साइलेंट पीरियड के दौरान किसी भी प्रकार के प्रचार की अनुमति नहीं होनी चाहिए।
 उन्होंने कहा कि पीएम के मौन व्रत की घोषणा करना प्रचार का तरीका हो सकता है, जो आचार संहिता का उल्लंघन है। 
उन्होंने चुनाव आयोग से दो बिंदु रखे हैं: या तो पीएम 1 जून की शाम को मौन व्रत शुरू करें या इसके मीडिया प्रसारण पर रोक लगाई जाए।
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डीएम ने किया मतगणना कार्मिकों के प्रशिक्षण का निरीक्षण 





          Gonda,     लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 के चुनाव की मतगणना 04 जून को मतगणना स्थल नवीन गल्ला मण्डी बहराइच रोड गोण्डा में की जाएगी। बुधवार को *श्री लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय के ललिता सभागार गोण्डा में*  मुख्य विकास अधिकारी एम. अरून्मोली की देखरेख में मतगणना कार्मिकों एवं आरओ व एआरओ का प्रशिक्षण सम्पन्न हुआ। प्रशिक्षण में डीएम ने मतगणना कार्मिकों को समय से मतगणना स्थल पर पहुंच कर मतगणना का कार्य शुरू करने के निर्देश दिये। 
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उन्होंने कहा कि धैर्य पूर्वक अपना काम करें। प्रशिक्षण के दौरान *डीएम श्रीमती नेहा शर्मा* ने कहा कि मतगणना पूरी चुनाव प्रक्रिया का आखिरी और सर्वाधिक संवेदनशील चरण है, इसलिए सभी कार्मिक मतगणना प्रशिक्षण को पूरी गंभीरता से लें और मतगणना को बेहद सावधानी पूर्वक पूरा कराएं। मतगणना के दौरान प्रत्याशी व उनके एजेंट कभी-कभी दबाव में उत्तेजित हो जाते हैं इसलिए मतगणना कार्मिक अपना धैर्य बनाए रखें। सभी लोग अपना कार्य करें। किसी के दबाव में ना आएं। कोई भी मतगणना कार्मिक को यदि कोई दिक्कत हो तो तुरंत संबंधित एआरओ को जानकारी दें। उन्होंने कहा कि मतगणना में विलंब न होने पाए इसका सभी कार्मिक विशेष ध्यान रखें।
     इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी एम.अरून्मोली, जिला विकास अधिकारी सुशील कुमार श्रीवास्तव, परियोजना निदेशक डीआरडीए चन्द्र शेखर, तथा समस्त एआरओ व अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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रविवार, 26 मई 2024

 BSP के ब्राह्मण प्रत्याशी बिगाड़ सकते हैं भाजपा का खेल, किन सीटों पर फंसा पेंच?



2007 में मायावती ने कैसे हासिल की थी सत्ता?

मायावती ने उत्तर प्रदेश की कई ऐसी सीटों पर ब्राह्मण प्रत्याशी को उतारा है, जो बीजेपी के समीकरण को बिगाड़ रहे हैं।
बसपा चीफ मायावती ने कई सीटों पर ब्राह्मण प्रत्याशी खड़े करके बीजेपी को मुसीबत में डाल दिया है।
बसपा प्रमुख मायावती ने जीत की संभावना को देखते हुए लोकसभा चुनाव में कई उच्च जाति और मुस्लिम उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है।
 बसपा प्रमुख की रणनीति उनके 2007 के सोशल इंजीनियरिंग फार्मूले की याद दिलाता है। यह वह फार्मूला था जब इसी के बल पर मायावती उत्तर प्रदेश की सत्ता पर काबिज हुई थीं, हालांकि, यह 2024 का लोकसभा चुनाव है, लेकिन फिर भी बसपा प्रमुख की रणनीति और उसके ब्राह्मण उम्मीदवार कहीं ना कहीं भाजपा को नुकसान पहुंचा रहे हैं। आईए जानते हैं ऐसी ही कुछ सीटों पर क्या स्थिति है जहां पर बसपा ने अपने ब्राह्मण उम्मीदवार उतार कर बीजेपी के लिए एक बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी।
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ऐसे में हम बात उन प्रमुख लोकसभा सीटों की करते हैं जहां बसपा ने ब्राह्मण उम्मीदवार उतारे हैं, वे सीटें हैं- फर्रुखाबाद, बांदा, धौरहरा, अयोध्या, बस्ती, अलीगढ़, उन्नाव, मिर्जापुर, फतेहपुर सीकरी, और अकबरपुर शामिल हैं।

 
अयोध्या-फैजाबाद से बसपा ने सच्चिदानंद पांडे को उतारा
अयोध्या लोकसभा सीट की बात करें तो यहां से बसपा ने सच्चिदानंद पांडे को मैदान में उतारा है, जबकि समाजवादी पार्टी ने अवधेश पासी और बीजेपी ने एक बार फिर लल्लू सिंह पर दांव खेला।

बसपा प्रत्याशी सच्चिदानंद पांडे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और भाजपा के साथ लंबे समय तक जुड़े रहे थे और इसी साल मार्च में बसपा में यह कहते हुए शामिल हुए कि भाजपा में उन्हें घुटन महसूस हो रही थी।

 
ऐसे में कहा जा सकता है कि बसपा प्रत्याशी सच्चिदानंद पांडे, भाजपा प्रत्याशी लल्लू सिंह का खेल बिगाड़ सकते हैं। जिससे उन्हें पराजय का भी सामना करना पड़ सकता है।
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बता दें, लल्लू सिंह ने जहां 2014 में 2,82,775 वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी वहीं 2019 में समाजवादी पार्टी उम्मीदवार से उनकी जीत का अंतर महज 65,000 रह गया था।
 यानी भाजपा के 5 लाख से ज्यादा वोट की तुलना में समाजवादी पार्टी को 4,63,544 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस के उम्मीदवार तीसरे नंबर पर रहे थे।
अयोध्या-फैजाबाद लोकसभा सीट के महत्व को भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व भी पूरी तरजीह दे रहा है, क्योंकि फैजाबाद की प्रतिष्ठित सीट हार जाने से पार्टी के मनोबल को बड़ा झटका लग सकता है। 
खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ दिन पहले वहां पर राम मंदिर के दर्शन के बाद भाजपा प्रत्याशी लल्लू सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ एक खुली जीत में रोड शो किया था।

इस बारे में लल्लू सिंह ने कहा था कि 500 वर्षों से राम मंदिर बनवाने की जो लड़ाई थी वह प्रधानमंत्री मोदी जी की लीडरशिप में पूरी हुई है।
 फैजाबाद अयोध्या के सभी मतदाता देख रहे हैं कि सीएम योगी जी ने यहां कितना विकास किया है और न सिर्फ यहां, बल्कि पूरे देश में भाजपा अपनी छाप छोड़ रही है।

अयोध्या सीट से इस बार अखिलेश यादव ने नया प्रयोग किया और सामान्य सीट होने के बावजूद समाजवादी पार्टी ने दलित उम्मीदवार दिया है। 
अयोध्या की सबसे अधिक आबादी वाली पासी बिरादरी से उम्मीदवार दिया, जो दलित वर्ग में आती है। सपा ने छह बार के विधायक, मंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में शामिल रहे अपने सबसे मजबूत पासी चेहरे अवधेश पासी को चुनाव मैदान में उतारा।

बता दें, लल्लू सिंह के संविधान को लेकर एक बयान पर हंगामा भी खड़ा हो गया था और पूरे विपक्ष को भाजपा के खिलाफ एक मुद्दा मिल गया था। लल्लू ने कहा था कि 400 सीट इसलिए चाहिए, क्योंकि मोदी सरकार को संविधान बदलना है। सपा के दलित उम्मीदवार उतारने से एक नारा चल पड़ा। 'अयोध्या में मथुरा न काशी, सिर्फ अवधेश पासी'। लल्लू के बयान से अखिलेश के दलितों से राम की नगरी अयोध्या में फाइट टाइट हो गई है।
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फर्रुखाबाद में भी बसपा ने उतारा ब्राह्मण प्रत्याशी
फर्रुखाबाद लोकसभा सीट की बात करें तो भाजपा ने यहां से एक बार फिर मुकेश राजपूत को मैदान में उतारा है। मुकेश राजपूत अगर इस बार चुनाव जीतते हैं तो यह उनकी हैट्रिक होगी। 
वहीं सपा ने डॉक्टर नवल किशोर शाक्य को उतारा है, लेकिन बीजेपी के लिए सबसे बड़ी मुसीबत इस चुनाव में बसपा ने ब्राह्मण कार्ड खेल कर पैदा कर दी है। 
बसपा प्रमुख मायावती ने यहां से क्रांति पांडे को टिकट देकर मुकेश राजपूत की राह में एक बड़ा रोड़ा खड़ा कर दिया है, जिसकी वजह से सदर का ब्राह्मण वोट क्रांति पांडे के पक्ष में और कुछ नवल किशोर शाक्य के साथ हो गया था,जो सपा को फायदा पहुंचाएगा।

दूसरी वजह यह भी है कि फर्रुखाबाद सदर का ब्राह्मण मतदाता बसपा नेता अनुपम दुबे पर की कई कार्रवाई से नाखुश है। 
उसका शुरू से कहना रहा है कि वह मुकेश राजपूत के समर्थन में वोट नहीं करेगा।
 अगर ऐसा हुआ है तो यह बीजेपी प्रत्याशी के लिए एक चिंता का विषय होगा, जो सपा प्रत्याशी को यानी कि डॉक्टर नवल किशोर शाक्य को फायदा पहुंचाएगा।

बता दें, 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी मुकेश राजपूत को 5,69,880 वोट मिले थे, जबकि सपा प्रत्याशी मनोज अग्रवाल को 3,48,178 वोटों पर संतोष करना पड़ा था। वहीं तीसरे नंबर पर कांग्रेस के सलमान खुर्शीद को मात्र 55,258 वोट मिले थे।

फर्रुखाबाद 2014 लोकसभा चुनाव की बात करें तो यहां से मुकेश राजपूत ने जीत दर्ज की थी। उनको 4,06195 वोट, जबकि समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी रामेश्वर यादव को 2,55,693 वोट और बसपा प्रत्याशी जयवीर सिंह को 1,14521 मत प्राप्त हुए थे।

यहां से करीब 40 साल बाद पहला ऐसा मौका है जब पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद का परिवार मैदान से बाहर है।

फर्रुखाबाद लोक सभा सीट कांग्रेस का गढ़ मानी जाती थी। इस सीट पर आठ बार कांग्रेस चुनाव जीत चुकी है। 
वहीं चार बार भारतीय जनता पार्टी ने जीत हासिल की है, जबकि दो बार समाजवादी पार्टी और दो बार जनता पार्टी ने भी सीट से चुनाव जीता है एक बार जनता दल और एक बार संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी ने भी इस सीट से जीत हासिल की है।

बांदा-चित्रकूट लोकसभा पर फंसी बीजेपी की सीट
बांदा चित्रकूट लोकसभा चुनाव की बात करें तो यहां पर भाजपा ने एक बार फिर सांसद आरके सिंह पटेल पर दांव खेला है। 
आरके सिंह पटेल का टिकट फाइनल होने के बाद ब्राह्मण नेताओं में काफी नाराजगी की देखी गई थी, जो अंतिम समय यानी वोटिंग के वक्त तक जारी रही। 
हालांकि, ब्राह्मणों की नाराजगी को खत्म करने के लिए बृजेश पाठक ने बांदा चित्रकूट में कई दिनों तक डेरा डाला था।

नाराजगी को भांपते हुए बीजेपी हाई कमान ने मौजूदा कन्नौज सांसद और भाजपा प्रत्याशी सुब्रत पाठक और कानपुर से बीजेपी प्रत्याशी रमेश अवस्थी को भेजा था। जो लगातार बांदा-चित्रकूट में ब्राह्मणों को बीजेपी के पक्ष में साधने कोशिश करते हुए देखे गए थे।

हालांकि, यह कितना कारगर साबित होता है, यह तो 4 जून को ही पता चलेगा, लेकिन यहां से बसपा ने ब्राह्मण कार्ड खेलकर बीजेपी की मुश्किलों में इजाफा कर दिया है। बसपा ने बांदा चित्रकूट लोकसभा सीट से मंयक द्विवेदी को मैदान में उतारा है। 
ऐसे में कहा जा रहा है कि ब्राह्मण मतदाता मयंक द्विवेदी के साथ गया है, जो भाजपा प्रत्याशी के लिए किसी मुसीबत से कम नहीं है। 
वहीं सपा ने यहां से कृष्णा पटेल को मैदान में उतारा है। इस लिहाज से यहां मामला त्रिकोणीय हो रहा है, लेकिन बसपा की तरफ से ब्राह्मण प्रत्याशी मयंक द्विवेदी के आने से भाजपा को नुकसान होता दिखाई दे रहा है।
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मयंक द्विवेदी पहली बार चुनावी मैदान में उतरे हैं। मयंक के पिता नरेश द्विवेदी नरैनी विधानसभा सीट से विधायक रह चुके हैं। 
वो मौजूदा समय में जिला पंचायत सदस्य हैं। उनको बसपा वोटों के अलावा सजातीय वोटों के मिलने की उम्मीद है।
वहीं आरके सिंह पटेल चित्रकूट के रहने वाले हैं। वो दूसरी बार बीजेपी के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे हैं। वह 2009 में सपा के सिंबल पर चुनाव लड़कर सांसद बने थे। इसके बाद उन्होंने पाला बदला और बसपा का दामन थाम लिया। इसके बाद मोदी लहर में 2014 में वह भाजपा में शामिल हो गए।

बांदा-चित्रकूट लोकसभा सीट में पांच विधानसभा क्षेत्र आते हैं। जिनमें बबेरू, नरैनी, बांदा, चित्रकूट और मानिकपुर शामिल है। इनमें से दो सपा के पास और दो बीजेपी के खाते में हैं, जबकि एक सीट मानिकपुर पर अपना दल का कब्जा है। बबेरू से विशंभर सिंह यादव, चित्रकूट से अनिल प्रधान पटेल सपा के विधायक हैं, जबकि नरैनी से ओम मणि वर्मा, बांदा से प्रकाश द्विवेदी बीजेपी के विधायक हैं।

2007 का यूपी विधानसभा चुनाव
अगर हम यूपी के 2007 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो यूपी के 2007 के विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले 9 अक्टूबर 2006 को बसपा के संस्थापक और मायावती के राजनीतिक गुरु कांशीराम की मृत्यु हो गई थी। कांशीराम के घर वालों ने उनकी मौत के लिए मायावती को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने मायावती पर कांशीराम से नहीं मिलने देने का आरोप भी लगाया था।

कांशीराम की मौत के बाद मायावती पूरी तरह बसपा की सर्वेसर्वा हो चुकी थीं। तीन बार थोड़े-थोड़े समय तक मुख्यमंत्री रह चुकी मायावती भी शायद अब तक प्रदेश के जीत के गणित को काफी हद तक समझ चुकी थी। उन्होंने कांशीराम के दलित और अल्पसंख्यक से राजनीतिक ताकत हासिल करने के फार्मूले को बदलते हुए सर्व समाज का नारा दिया।

ब्राह्मण पर हमला करने वाली मायावती ने बड़ी संख्या में ब्राह्मणों को टिकट दिए। मायावती की यह नई सोशल इंजीनियरिंग रंग लाई। मायावती ने कांशीराम का फॉर्मूला बदल दिया, लेकिन बसपा को अपने दम पर सत्ता में लाने का सपना तो पूरा कर दिया। लगभग 22 साल की उम्र पूरी कर रही बसपा ने 206 सीटें जीतीं। प्रदेश में 1991 के बाद यानी 16 वर्षों के बाद मायावती के नेतृत्व में पूर्ण बहुमत की सरकार बनायी थी।

मायावती ने 2007 को प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर सत्ता हासिल की। इसके साथ ही राजनीतिक स्थिरता और जोड़-तोड़ से सरकार बनाने का दौर खत्म हुआ।पहली बार किसी मुख्यमंत्री ने अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा किया था। इस चुनाव ने प्रदेश को स्थिर सरकार दी थी
उस वक्त कहा जाने लगा था कि कांशीराम ने बसपा को राजनीति से ब्राह्मणवाद मिटाने के नारे और दलितों को सत्ता का नेतृत्व का संकल्प लिया था। लेकिन उसी पार्टी ने सत्ता हासिल करने के लिए ब्राह्मणों को लुभाने के लिए हर कोशिश की।

2007 में 86 ब्राह्मणों को मायावती ने दिया था टिकट
2007 के यूपी विधानसभा चुनाव में बसपा के प्रत्याशियों पर नजर दौड़ाएं तो उस वक्त मायावती ने 86 ब्राह्मण प्रत्याशियों को मैदान में उतारा था। इसमें तीन दर्जन से ज्यादा जीते। बसपा ने 139 सीटों पर सवर्णों को प्रत्याशी बनाया था। इनमें 36 ठाकुर और अगड़ों में अलग-अलग जातियों के 17 अन्य उम्मीदवार थे। इसके अलावा पिछड़ों को 114, मुस्लिमों को 61 और दलितों को 89 टिकट दिए गए थे। जो मायावती के सोशल इंजीनियरिंग के फॉर्मूले को सही साबित करते थे और यही वजह थी कि 2007 के यूपी विधानसभा चुनाव में मायावती सत्ता के सिंहासन पर काबिज हुईं थीं।
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शुक्रवार, 24 मई 2024

आतिशी ने LG पर लगाया बड़ा आरोप- LG ने 'INDIA ब्लॉक के स्ट्रॉन्ग होल्ड वाले क्षेत्रों में धीमा मतदान कराने का दिया है ORDER



आज दिल्‍ली की 7 लोकसभा सीटों के लिए  वोटिंग हो रही है।  दिल्‍ली इकाई की आम आदमी पार्टी की नेत्री और दिल्‍ली सरकार की मंत्री आतिशी ने उपराज्‍यपाल पर वोटिंग को लेकर बड़ा आरोप लगाया है। जिसके बाद उपराज्‍यपाल ने भी जवाब दिया है।

दिल्‍ली सरकार की मंत्री आतिशी शनिवार को जब वोट डालने मतदान केंद्र पहुंची तो उन्‍होंने मीडिया से बात करते हुए उपराज्‍यपाल पर आरोप लगाया। आतिशी ने कहा हमें आधिकारिक सूचना मिली है कि कल शाम को एलजी साहब ने दिल्‍ली पुलिस अधिकारियों के साथ मीटिंग बुलाई थी और दिल्‍ली पुलिस को निर्देश दिया था कि दिल्‍ली के जिन क्षेत्रों पर इंडिया गठबंधन की मजबूत पकड़ है, उन सभी क्षेत्रों में आने वाले पोलिंग बूथ पर वोटिंग धीमी करवाई जाए।


इसके साथ ही आतिशी ने दावा किया कि उपराज्‍यपाल वी के सक्‍सेना ने पुलिस को ये भी आदेश दिया है कि बैराकेड्स को दूर लगाया जाए और बार-बार वोटर्स की चेकिंग करवाई जाए 
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आतिशी ने कहा दिल्‍ली में अगर ऐसा होता है फ्री एंड फेयर इलेक्‍शन का उल्‍लंघन होगा। उन्‍होंने कहा हम ये उम्‍मीद करत हैं कि चुनाव आयोग इस बात को संज्ञान में लेगा और इलेक्‍शन कमीशन ऐसी किसी भी साजिश को हर हाल में रोकेगा।

हालांकि आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी के दिल्‍ली में वोटरों को परेशान करने के आरोपों पर दिल्‍ली के उपराज्‍यपाल वीके सक्‍सेना ने जवाब देते हुए दिल्‍ली मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाली पर शायराना अंदाज में तंज किया है।
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बुधवार, 22 मई 2024

UP मैं बाहुबली की एंट्री देगी योगी को मौका

UP Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश में पांचवें चरण के लिए 25 मई को मतदान होना है. इससे पहले समाजवादी पार्टी ने यूपी में भारतीय जनता पार्टी और सीएम योगी आदित्यनाथ को बड़ा मुद्दा दे दिया है. दरअसल, मंगलवार को सुल्तानपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से बहुजन समाज पार्टी के नेता चंद्रभद्र सिंह सोनू ने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया. यह जॉइनिंग ऐसे समय में हुई है जब सुल्तानपुर में सीएम योगी आदित्यनाथ की रैली है. 


माना जा रहा है कि सोनू के सपा में शामिल होने का मुद्दा सीएम योगी अपनी रैली में उठा सकते हैं. सुल्तानपुर लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी की सांसद और मौजूदा प्रत्याशी मेनका गांधी और उनके बेटे वरुण गांधी से सोनू की अदावत मशहूर है. ऐसे में चुनाव के ठीक पहले बाहुबली की एंट्री बड़े विवाद की जड़ बन सकती है. चंद्रभद्र सिंह उर्फ़  ‘सोनू’ और यशभद्र सिंह उर्फ़  ‘मोनू’ उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर जिले के दो बाहुबली हैं जिन पर दर्जनों मुक़दमे हैं और जिनकी तूती बोलती है.
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राजा भैया ने कर दिया 'खेला', कई सीटों पर BJP की बढ़ीं मुश्किलें, मेनका गांधी के लिए बनी चुनौती


2019 में सिर्फ 14,526 से हारे थे सोनू
सपा में सोनू की एंट्री पर पार्टी की ओर से कहा गया कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से सुल्तानपुर के पूर्व विधायक चंद्रभद्र सिंह सोनू ने भेंट कर उनके नेतृत्व एवं समाजवादी पार्टी की नीतियों में आस्था जताते हुए समाजवादी पार्टी में शामिल होने की घोषणा की है. चंद्रभद्र सिंह इसौली से विधायक रह चुके है. इनके पिताजी इन्द्र भद्र सिंह भी विधायक रहे है. चंद्रभद्र सिंह सोनू 2019 में सुल्तानपुर से लोकसभा का चुनाव भी लड़ चुके है. चंद्रभद्र सिंह सोनू के समाजवादी पार्टी में शामिल होने से समाजवादी पार्टी को मजबूती मिलेगी.


साल 2019 के चुनाव में बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले चंद्रभद्र सिंह लगबघ 14,526 वोटों से चुनाव हार गए थे. इस सीट पर मेनका गांधी को जहां 4 लाख 59 हजार 196 मत मिले थे वहीं चंद्र भद्र सिंह को 4 लाख 44 हजार 760 वोट मिले थे.
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मंगलवार, 21 मई 2024

पुलिस अधीक्षक गोण्डा द्वारा लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2024 के दृष्टिगत नवीन गल्ला मण्डी स्थित स्ट्रॉंग रूम में रखे इ0वी0एम0 सुरक्षा का निरीक्षण करके सुरक्षा हेतु लगे पुलिस बल, अर्द्धसैनिक बल एवं सम्बन्धित अधिकारीगण को आवश्यक दिशा निर्देश दिए ।




गोण्डा। पुलिस अधीक्षक गोण्डा श्री विनीत जायसवाल द्वारा लोकसभा सामान्य निर्वाचन 2024 के दृष्टिगत नवीन गल्ला मण्डी बड़गाँव स्थित स्ट्रॉंग रूम ईवीएम सुरक्षा का निरीक्षण करके सुरक्षा हेतु लगे पुलिस बल, अर्द्धसैनिक बल एवं सम्बन्धित अधिकारीगण को आवश्यक दिशा निर्देश दिए । महोदय द्वारा निरीक्षण के दौरान बताया गया कि ई0वी0एम0 मशीन स्ट्रांग रूम में त्रिस्तरीय सुरक्षा व मजबूत बैरिकेडिंग की व्यवस्था के अनुसार रखी गयी है।  
Published from Blogger Prime Android Appस्ट्रांग रूम के सुरक्षा के लिए तीन घेरे 01. आइसोलेशन कोर्डन, 02. इनर कोर्डन व 03. आउटर कोर्डन बनाये गए हैं। आइसोलेशन कोर्डन की सुरक्षा हेतु CAPF (सशस्त्र सीमा बल) की तैनाती की गई है जिनके द्वारा 24 घंटे शिफ्ट वार पोल्ड ईवीएम की सुरक्षा की जा रही है, इनर कोर्डन की सुरक्षा हेतु आर्म्ड पुलिस की तैनाती की गयी है। तथा आऊटर कोर्डन के लिए सिविल पुलिस की ड्यूटी लगाई गयी है, जिनके द्वारा 24 घण्टे सतर्क दृष्टि रखते हुए चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। सम्पूर्ण सुरक्षा हेतु तैनात बलों का पर्यवेक्षण राजपत्रित अधिकारियों द्वारा किया जा रहा है ।
Published from Blogger Prime Android App सी0सी0टी0वी0 कैमरों से संपूर्ण परिसर और स्ट्रॉन्ग रूम की निगरानी की जा रही है। अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी श्री मनोज कुमार रावत को सम्पूर्ण स्ट्रांग रूम सुरक्षा का प्रभारी नियुक्त किया गया है । स्ट्रांग रूम की सुरक्षा हेतु फायर सर्विस की गाड़ी के साथ साथ मानक के अनुसार ड्यूटी लगायी गयी है । ड्यूटी में तैनात कर्मचारियों को ज्वलनशील वस्तुओं व तेल गैस या शार्ट सर्किट से लगने वाली आग पर नियत्रंण स्थापित करने वाले समस्त प्रकार के उपकरणों से सुसज्जित किया गया है।
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*इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी श्री मनोज कुमार रावत, अपर पुलिस अधीक्षक श्री राधेश्याम राय, क्षेत्राधिकारी नगर, उपस्थित रहे।

सोमवार, 20 मई 2024

शांति पुरण हुआ मतदान

: यूपी की चर्चित लोकसभा सीट कैसरगंज और गोंडा लोकसभा सीट के लिए मतदान सुबह 7 बजे से शुरू हुआ। दोनों सीटों को मिलाकर 37 लाख 47 हजार 847 मतदाताओ में से गोंडा में शाम 5बजे तक 50%मत दान हुआ वही कैसरगंज में 54%मतदान हुआ।
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प्रदेश के पाँचवे चरण में 57-कैसरगंज तथा 59-गोण्डा लोकसभा सीट पर जो भी मतदाता शाम 6 बजे पोलिंग बूथ पर कतार में उपस्थित रहेंगे वे सभी अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। सबसे कम 4 प्रत्याशी कैसरगंज लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में हैं। कैसरगंज लोकसभा क्षेत्र में 19,04,726 मतदाता हैं। जिनमें 10,09,379 पुरूष, 8,95,285 महिला तथा 62 थर्ड जेण्डर हैं। मतदेय स्थलों की संख्या 2017 है। गोण्डा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के लिए कुल 8 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। इस लोकसभा क्षेत्र में 18,43,121 मतदाता हैं। जिनमें 9,88,384 पुरूष, 8,54,668 महिला तथा 69 थर्ड जेण्डर हैं। मतदेय स्थलों की संख्या 1985 है। वोट डालने के लिए मतदाता फोटो पहचान पत्र के अतिरिक्त 12 अन्य फोटो पहचान पत्र मतदेय स्थल पर मतदाताओं की पहचान किये जाने हेतु मान्य रहे।
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[ फर्स्ट टाइम वोटर्स में मतदान को लेकर काफी उत्साह रहा लेकिन पूरे प्रशासनिक अमले के वोट प्रतिशत बढ़ाने को लेकर  की गयी अ पील पूरी तरह कामयाब नही हुई। एक कारण गर्मी को भी माना जा सकता है
 लेकिन बूथो पर चाक चौ बंद व्यव स्था सराहनीय रही
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रविवार, 19 मई 2024

करनैलगंज के पाण्डेयचौरा में पोलिंग बूथ संख्या 50 पर शार्ट सर्किट से लगी आग

करनैलगंज/ गोण्डा - करनैलगंज विधानसभा क्षेत्र अंर्तगत पाण्डेयचौरा में पोलिंग बूथ संख्या 50 पर शार्ट सर्किट से लगी आग से अफरा तफरी मच गई और कुछ देर के लिए मतदान बाधित रहा। फिलहाल अब मतदान पुनः जारी है।
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जन प्रतिनिधी वोट देकर सेल्फी कर रहे अपडेट, लोगो से कर रहे अ पील

गोंडा व कैसरगंज लोकसभा सीट के लिए वोटिंग शुरू हो चुकी है और 4002 पोलिंग बूथ पर वोट डाले जा रहे हैं। लोकतंत्र के इस महापर्व में आम मतदाताओं के साथ ही राजनैतिक दलों के जनप्रतिनिधियों में वोटिंग को लेकर उत्साह है। गोंडा लोकसभा सीट पर सुबह 9 बजे तक 13 प्रतिशत वोटिंग हो चुकी है। पोलिंग बूथ पर मतदाताओं की लंबी कतार लगी हुई है। सदर विधानसभा क्षेत्र के पोलिंग बूथ वीरपुर बिसेन पर सैकड़ों महिला मातदाता लाइन में लगी हैं। ब्लॉक के दौलतपुर ग्रांट बूथ संख्या 80 पर ईवीएम खराब होने के चलते मतदान एक घंटे से देरी शुरू देरी से शुरू हुआ। 
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मनकापुर प्रदेश के पूर्व कृषि मंत्री रहे राजा आनंद सिंह ने मनकापुर स्थित पोलिंग बूथ पर मतदान किया। उनके साथ उनकी पत्नी बीना सिंह, बेटे व भाजपा प्रत्याशी कीर्तिवर्धन सिंह ने भी पत्नी मधु श्री के साथ पोलिंग बूथ पर पहुंचकर वोट डाला। वहीं कैसरगंज लोकसभा क्षेत्र में करनैलगंज विधायक अजय सिंह ने अपनी पत्नी प्रियंका सिंह के साथ ग्राम सभा कडरू के बूथ संख्या 236 पर मतदान किया। वोट डालने के बाद विधायक ने कहा कि उन्होने राष्ट्रहित में मतदान किया है। साथ ही मतदाताओं से अपील की कि वह पोलिंग बूथ पर पहुंचकर मतदान जरूर करें।
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इस बार भाजपा का सरकार बनाना मुश्किल Yogendra Yadav

UP Loksabha Election 2024: उत्तर प्रदेश में पहले चार चरण के तहत 39 सीटों पर लोकसभा चुनाव हो गया है, अब बाकी बचीं 41 सीटों पर आगामी 3 फेज में वोटिंग होगी. मालूम हो कि लोकसभा चुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश में सियासी सरगर्मियां अपने ऊफान पर हैं. लोकसभा चुनाव के चार चरणों के मतदान के बाद अब जमकर सियासत देखने को मिल रही है. सभी पार्टियां अपनी-अपनी जीत का दावा कर रही है. वहीं पांचवे चरण के मतदान से पहले उत्तर प्रदेश में किसकी लहर चल रही है...इसे  लेकर प्रोफेसर और राजनैतिक कार्यकर्ता योगेंद्र यादव ने बड़ा दावा किया है. उन्होंने अपने ग्राउंड रिपोर्ट के माध्यम से दावा किया कि यूपी में बीजेपी 2014 के मुकाबले सीटों का नुकसान हो सकता है. 

लोगों के बीच ये मुद्दे
योगेंद्र यादव ने अपने ग्राउंड रिपोर्ट में बताया कि, 'उत्तर प्रदेश में पीएम मोदी के प्रति लोगों में गुस्सा नहीं, बल्कि उदासीनता है. लेकिन उन्हें राशन का श्रेय मिलता है लेकिन इस बार उनके नाम पर वोट नहीं पड़ेगा. उन्होंने अपने रिपोर्ट में बताया कि पीएम मोदी की तुलना में यूपी में मुख्यमंत्री योगी ज्यादा लोकप्रिय हैं, उन्हें गुंडागर्दी ख़त्म करने का श्रेय मिलता है. बीजेपी के अधिकांश सांसदों और स्थानीय नेताओं के ख़िलाफ़ बहुत ग़ुस्सा है. वोटर के मन में महँगाई और बेरोज़गारी है. गांव में छुट्टे जानवर सबसे बड़ा मुद्दा है.'

देश के मिजाज में बदलाव
योगेंद्र यादव ने देशभर में अपनी यात्राओं के अनुभवों के आधार पर लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी और उसके गठबंधन NDA के प्रदर्शन को लेकर अपने आंकड़े बताएं है. योगेंद्र यादव कहते हैं कि, जब चुनाव का ऐलान हुआ उस समय ऐसा लग रहा था कि, विपक्ष बीजेपी को 272 यानी बहुमत से पाने से नहीं रोक पाएगा. बीजेपी आराम से सरकार बना लेगी. लेकिन जैसे-जैसे चुनाव आगे बढ़ा है ,पहले और दूसरे चरण के लिए मतदान संपन्न हुए है मुझे देश के मिजाज में बदलाव महसूस हुआ.
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शनिवार, 18 मई 2024

कैसरगंज की लड़ाई ब्राह्मण बनाम ठाकुर पर आई, अभद्र टिप्पणी पर करन भूषण सिंह ने कराई एफ आई आर फेसबुक पर की जाति विशेष के खिलाफ अभद्र टिप्पणी से उबाल



कैसरगंज की लड़ाई ब्राह्मण बनाम ठाकुर पर आई, अभद्र टिप्पणी पर मचा बवाल 
गोंडा,  विकास, बेरोजगारी, मंहगाई और रोजगार जैसे मूलभूत मुद्दों को छोड़कर कैसरगंज की लड़ाई अब ब्राह्मण बनाम ठाकुर पर आ गयी है। सोशल मीडिया पर एक वर्ग विशेष के लोग सोशल मीडिया पर ब्राह्मणों के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर पोस्ट कर रहे हैं। 

सूरज सिंह कलहंस व एक अन्य फेसबुक यूजर ने ब्राह्मण समुदाय के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करते हुए चुनाव बाद देख लेने की धमकी दी है‌‌। इस टिप्पणी के बाद कैसरगंज की राजनीति में उबाल आ गया है‌। लोग इस तरह की टिप्पणी की निंदा करते हुए इसे दोनों समुदायों के लिए घातक बता रहे हैं। 
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कैसरगंज लोकसभा सीट से भाजपा ने इस बार सांसद बृजभूषण शरण सिंह के बेटे करन भूषण सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है‌ जबकि समाजवादी पार्टी ने भगतराम मिश्रा को टिकट दिया है‌। बसपा ने भी यहां से ब्राह्मण कंडीडेट नरेंद्र पांडेय को चुनाव मैदान में उतारा है‌ लेकिन मुख्य मुकाबला भाजपा व सपा के बीच देखा जा रहा है। दोनों दलों के लोगों ने चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक रखी है। इस चुनावी महासमर में विकास के मुद्दे गौड़ हो गए हैं। अब यह लड़ाई ब्राह्मण बनाम ठाकुर पर पहुंच गयी है। 
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सोशल मीडिया पर भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में कैंपेन चला रहे कुछ समर्थकों ने फेसबुक पर ब्राह्मणों के खिलाफ अभद्र टिप्पणी कर इस आग में घी डालने का काम किया है। सूरज सिंह कलहंस नाम के फेसबुक यूजर ने शुक्रवार को फेसबुक पर ब्राह्मण समुदाय के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करते हुए चुनाव बाद देश लेने की धमकी दे डाली। इस टिप्पणी के बाद कैसरगंज की राजनीति में उबाल आ गया। लोगों ने इस यूजर के खिलाफ कार्रवाई की मांग शुरू कर दी। 



भाजपा प्रत्याशी ने दी सफाई, दर्ज करायी एफआईआर
शुक्रवार को दिन भर सोशल मीडिया पर हुए घमासान के बाद देर शाम भाजपा प्रत्याशी करन भूषण सिंह की तरफ से इस टिप्पणी का संज्ञान लिया गया और उनके मतदान अभिकर्ता महेंद्र सिंह ने नगर कोतवाली में सूरज सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराकर मामले में डैमेज कंट्रोल की कोशिश की गयी। एफआईआर दर्ज कराने के बाद शनिवार को प्रत्याशी करन भूषण सिंह ने सोशल मीडिया पर अपनी सफाई दी‌।

करन भूषन ने फेसबुक पर लिखा कि फर्जी फेसबुक अकाउंट से आसामाजित तत्वों द्वारा जाति विशेष के प्रति अभद्र टिप्पणी कर मेरे व भारतीय जनता पार्टी की छवि को धूमिल करने के लिए भ्रामक पोस्ट करने का मामला सामने आया है‌। ब्राम्हण सदैव से समाज में पूज्यनीय है‌। अनुरोध है कि इस तरह की फर्जी अफवाहों पर ध्यान न दें।
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शुक्रवार, 17 मई 2024

क्या राजा भैया ने दे दि या सपा को समर्थन

लोकसभा चुनाव 2024 में यूपी की कुंडा सीट से विधायक और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के मुखिया रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने किसी भी पार्टी को समर्थन देने से इनकार कर दिया है.
 हालांकि, पहले ये माना जा रहा था कि राजा भैया बीजेपी को खुला समर्थन दे सकते हैं.
लेकिन इसी बीच सोशल मीडिया पर कुछ ऐसे वीडियो सामने आए हैं, जिन्होंने सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म कर दिया है.
इन वीडियोज में कौशांबी से सपा प्रत्याशी पुष्पेंद्र सरोज के सामने दर्जनों लोग 'राजा भैया-अखिलेश यादव जिंदाबाद' के नारे लगाते नजर आ रहे हैं.
ये लोग जनसत्ता दल के वर्कर्स बताए जा रहे हैं. इतना ही नहीं पुष्पेंद्र सरोज के मंच के आसपास राजा भैया की पार्टी के झंडे-बैनर भी दिखाई दे रहे हैं. सपा प्रत्याशी के काफिले में राजा भैया व अखिलेश यादव के समर्थन में नारेबाजी भी हुई
. इन सबको को देखते हुए कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या जनसत्ता दल लोकतांत्रिक अब अघोषित तौर पर सपा के साथ है? अगर ऐसा है तो बीजेपी के लिए ये किसी झटके से कम नहीं है. क्योंकि, बीते दिनों ही बीजेपी के दो बड़े नेता (संजीव बालियान और विनोद सोनकर) राजा भैया के आवास पर उनसे मुलाकात करके आए हैं. तब अटकलें लगाई गईं कि राजा भैया बीजेपी के साथ जाने वाले हैं.
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छुट्टा सांड हो गया हूं

लोकसभा चुनाव के बीच कैसरगंज से सांसद बृजभूषण शरण सिंह के बयान इन दिनों खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं. दरअसल, यूपी की कैसरगंज सीट से टिकट कटने के बाद बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह इन दिनों अपने बेटे करण भूषण सिंह के समर्थन में चुनाव प्रचार कर रहे हैं
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UP Lok Sabha Election 2024

इस बीच एक जनसभा में उन्होंने दावा कि वो व तो अभी बूढ़े हुए हैं… और न ही रिटायर हुए हैं. उन्होंने कहा कि अब मैं खुला सांड हो गया हूं… और अब किसी से भी भिड़ सकता हूं, कोई हमारा क्या कर लेगा.

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गुरुवार, 16 मई 2024

ज नपद में मतदाता जागरूकता कार्यक्रमों की श्रृंखला में वृहद स्वीपोत्सव का आयोजन


स्वीप प्रदर्शनी में दिखी डेढ़ माह के स्वीप कार्यक्रमों की झलक, प्रेक्षक महोदय समेत अन्य ने किया अवलोकन

*स्कूली बच्चों ने मतदाता जागरूकता का संदेश देकर की 20 मई मतदान करने की अपील*
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गोण्डा। जनपद में मतदाता जागरूकता कार्यक्रमों की श्रृंखला में गुरुवार को वृहद स्वीपोत्सव का आयोजन किया गया। लोकसभा सामान्य निर्वाचन- 2024 के दृष्टिगत जनपद के वेंकटाचार्य क्लब में आयोजित इस समारोह में मतदाता जागरूकता कार्यक्रमों की झलक देखने को मिली। यहां डेढ़ माह में जनपद में आयोजित विभिन्न मतदाता जागरूकता कार्यक्रमों को स्वीप प्रदर्शनी के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। स्कूली बच्चों ने पेंटिग, वाद-विवाद जैसी प्रतियोगिता के माध्यम से मतदान के महत्व को समझाने के साथ ही जनपद के सभी मतदाताओं से मतदान करने की अपील की। रंगोली, प्रतियोगिता मेहंदी प्रतियोगिता पोस्टर प्रतियोगिता स्लोगन प्रतियोगिता सहित कई अन्य प्रतियोगितायें आयोजित की गई।
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बता दें, जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती नेहा शर्मा के नेतृत्व में  लोकसभा सामान्य निर्वाचन 2024 के दृष्टिगत जनपद में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लक्ष्य के साथ 30 मार्च से विशेष मतदाता जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। शुरुआत 30 मार्च को वृहद वॉकथॉन के रूप में की गई थी। इसमें, 15 हजार से ज्यादा युवा मतदाताओं ने शामिल होने कर न केवल वोट करने बल्कि अपने आसपास के लोगों को भी जागरूक करने की शपथ ली थी। ट्रांसजेंडर संवाद, श्रमिक संवाद, युवा संवाद, वृद्धजन संवाद, उद्यमी संवाद जैसे कार्य कार्यक्रमों के माध्यम से समाज के हर वर्ग को जोड़ने का प्रयास किया गया। मतदाता पाठशाला, संध्या चौपाल, वृद्धम् शरणम् गच्छामि, दीपोत्सव जैसी कोशिशों के माध्यम से जनपद के हर मतदाता को जोड़ने की कोशिश की गई। 


इसी कड़ी में गुरुवार को स्वीपोत्सव का आयोजन किया गया। शुरुआत सुबह रंगोली कार्यक्रम के माध्यम से की गई। श्री लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जहां, विभिन्न स्कूलों से आए बच्चों ने रंगोली बनाकर मतदान के महत्व को समझाने की कोशिश की। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया। 

स्वीपोत्सव की दूसरी कड़ी में वेंकटाचार्य क्लब में वृहद कार्यक्रम आयोजित किया गया। मतदाता जागरूकता कार्यक्रम का वेंकटाचार्य क्लब में स्वीपोत्सव कार्यक्रम के माध्यम से सभी कार्यक्रमों की एक प्रदर्शनी लगाई गई, तथा सभी विभाग के अधिकारियों, स्वयंसेवी संस्थाओं तथा अन्य लोगों के साथ वेंकटाचार्य क्लब में निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त प्रेक्षक महोदय, द्वारा सभी कार्यक्रमों का गहनता पूर्वक अवलोकन किया गया, तथा प्रेक्षक महोदय, लोकसभा कैसरगंज द्वारा महा स्वीपोत्सव कार्यक्रम का विमोचन व शुभारंभ किया गया। इस दौरान जनपद में मतदान प्रतिशत को बढ़ाने के लिए जिला निर्वाचन कार्यालय के स्तर पर किए गए प्रयासों पर आधारित लघु फिल्म का प्रस्तुतिकरण भी किया गया। कार्यक्रम के दौरान एलबीएस के छात्र-छात्राओं के द्वारा नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया। मेरा गोण्डा, मेरी शान.... गीत लिखकर जनपदवासियों को मतदान के लिए जागरूक करने वाले शेनदत्त सिंह की प्रस्तुति ने सभी में जोश भर दिया। 

*ताकि, एक भी मतदाता छूट न जाए*
जिलाधिकारी नेहा शर्मा जनपद में हुए मतदाता जागरूकता कार्यक्रमों की रूपरेखा प्रस्तुति की। उन्होंने बताया कि जनपद के हर एक मतदाता को जागरूकता कार्यक्रम से जोड़ने का प्रयास किया गया। उन्होंने सभी मतदाताओं से मतदान करने की अपील की। वहीं, प्रभारी मुख्य राजस्व अधिकारी महेश प्रकाश ने बताया कि मतदाता जागरूकता को केन्द्रित कर जनपद में दो चरणों में स्वीप का आयोजन किया गया। पहले चरण में वोटर बनाने पर जोर दिया गया। वहीं, दूसरे चरण में सभी मतदाताओं को पोलिंग बूथ तक पहुंचाने के लिए जागरूकता कार्यक्रम शुरू किए गए। 30 अप्रैल को वॉकाथन के साथ इस वृहद जागरूकता अभियान की शुरुआत की गई। इसमें, 15 हजार से ज्यादा युवा मतदाताओं ने भाग लेकर मतदान करने और अन्य को भी वोट देने के लिए प्रेरित करने की शपथ ली। ट्रांसजेंडर, युवा, वृद्धजन, महिला, उद्यमी, डॉक्टर, अधिवक्ता से लेकर समाज के हर वर्ग को जोड़ा गया। ग्रामीण मतदाताओं तक पहुंचने के लिए आशा बहुओं, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों, युवक मंगल दल से लेकर प्रधानों तक को जोड़ा गया। सरकारी स्कूलों में मतदाता चौपाल भी कराई गई। उन्होंने जनपद वासियों से 20 मई को मतदान बूथ पर पहुंचने और अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने की अपील की। 


*छात्र-छात्राओं को किया गया सम्मानित* 
कार्यक्रम के दौरान वेंकटाचार्य क्लब की प्रांगण में विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं द्वारा रंगोली बनाकर पोस्टर प्रतियोगिता के माध्यम से तथा हाथों में मेहंदी लगाकर मतदाता जागरूकता का संदेश लोगों को दिया। इस दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत भी किया गया। इस दौरान मतदाता जागरूकता कार्यक्रमों में शामिल हुए विभिन्न वर्गों के मतदाताओं द्वारा अपने अनुभवों को भी प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में समस्त प्रेक्षक महोदय, सीडीओ श्रीमती एम. अरून्मोली, सीएमओ रश्मि वर्मा, सीआरओ महेश प्रकाश, पीडी डीआरडीए, डीडीओ, डीसी एनआरएलएम जेएन राव, ईओ नगरपालिका गोण्डा सहित सभी संबंधित अधिकारीगण रहे।


*15 लाख से ज्यादा ने किए हस्ताक्षर* 
कार्यक्रम के दौरान जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय की ओर से शपथ पत्र प्रस्तुत किए गए। इन मतदाता शपथ पत्रों को छात्र-छात्राओं के माध्यम से भरवाया गया है। प्रत्येक छात्र से 10 मतदाताओं को शपथ दिलाकर हस्ताक्षर करवाए गए।  जिसमें, 15 लाख से ज्यादा मतदाताओं ने मतदाता शपथ पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं।

सिपाही से बाबा बने हत्यारे हरि का साम्राज्य   नारायण हरि साकार।

ढोंगी बाबाओं की श्रृंखला में एक नाम और शुमार हो गया।  नारायण हरि साकार।  यह हत्यारा बाबा रातों-रात नहीं खड़ा हो गया कि एक दिन में इसका सौ करो...