फैजाबाद लोकसभा सीट से भाजपा की हार ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है, खासकर जब यह अयोध्या जैसे धार्मिक और राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्र से जुड़ी हो। अयोध्या विधानसभा से भाजपा की जीत के बावजूद, फैजाबाद लोकसभा क्षेत्र की अन्य चार विधानसभाओं में हार ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

अयोध्या के संत और महंत भी इस हार से हैरान हैं और वे अयोध्या की जनता को दोषी ठहराए जाने पर नाखुश हैं। उनका मानना है कि अयोध्या के लोगों ने राम मंदिर निर्माण और विकास कार्यों को देखते हुए भाजपा को समर्थन दिया है। भक्त माल मंदिर के महंत और जगतगुरु राम दिनेशाचार्य जैसे धार्मिक नेताओं ने भी इस बात पर जोर दिया है कि अयोध्या के लोगों ने भाजपा के पक्ष में मतदान किया था और भाजपा को आत्ममंथन की जरूरत है कि बाकी विधानसभाओं में क्या कमी रह गई।

सोशल मीडिया पर भी अयोध्या के लोगों के खिलाफ नाराजगी दिखाई दे रही है, लेकिन संतों का मानना है कि यह नाराजगी अनुचित है क्योंकि अयोध्या विधानसभा से भाजपा की जीत इस बात का सबूत है कि अयोध्या के लोगों ने भाजपा का समर्थन किया है।
इस पर विचार करते हुए राजनीतिक विश्लेषकों और दलों को यह समझने की जरूरत है कि फैजाबाद लोकसभा सीट के अन्य चार विधानसभाओं में भाजपा को क्यों हार का सामना करना पड़ा और भविष्य में इसे कैसे सुधारा जा सकता है।
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