बुधवार, 29 मई 2024

जनपद के राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज के बी.टेक पाठ्यक्रमों को मिली एआईसीटीई की मंजूरी



सिविल, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल एवं कम्यूटर साइंस में बी.टेक पाठ्यक्रमों को चलाने की मिली अनुमति
 
नए सत्र में जनपद स्थित परिसर में ही क्लासेज को संचालित करने की है तैयारी
Published from Blogger Prime Android App

जनपद और आसपास के जिलों के छात्रों को बेहतर तकनीकी शिक्षा पाने का मिलेगा विकल्प

गोंडाः अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने जनपद के राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज गोण्डा को बी.टेक पाठ्यक्रम के संचालन को मंजूरी दे दी है। परिषद द्वारा गठित समिति ने संस्था के जांच और निरीक्षण के बाद लेटर ऑफ अप्रूवल जारी करने की संस्तुति कर दी है। इसके साथ ही, जनपद के इस राजकीय कॉलेज में सिविल, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल एवं कम्प्यूटर साइंस में बी.टेक पाठ्यक्रम संचालित करने का रास्ता साफ हो गया है।   

राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज गोण्डा के प्रिंसिपल प्रो. गोविंद पाडेय ने बताया कि संस्थान के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी नेहा शर्मा और जिला प्रशासन के सहयोग के कारण इसे एआईसीटीई की अप्रूव्ल की प्रक्रिया को सफलता पूर्वक पूरा किया जा सका है। प्रशासन की सफल कोशिशों का परिणाम है कि अब जनपद और आसपास के जिलों के हजारों होनहार छात्रों को बेहतर तकनीकी ज्ञान प्राप्त करने का अवसर मिल सकेगा। 
Published from Blogger Prime Android App

बता दें, उत्तर प्रदेश सरकार ने वर्ष 2016 में जनपद के उतरौला रोड पर राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना को मंजूरी दी थी। वर्तमान में निर्माण कार्य अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है। सत्र 2023-24 में संस्थान के पहले बैच में दाखिले लिए गए। हालांकि, निर्माण कार्य पूरा न होने के कारण दाखिला लेने वाले छात्रों की कक्षाएं राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज अम्बेडकरनगर के परिसर में ही संचालित की जा रही हैं। 
Published from Blogger Prime Android App


नए सत्र से अपने परिसर में पढ़ेंगे छात्र
प्रिंसिपल प्रो. गोविंद पाडेय ने बताया कि सिविल, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल एवं कम्यूटर साइंस को मिलाकर प्रथम वर्ष में बी.टेक की 240 सीट हैं। नए सत्र में इनके लिए प्रवेश लिए जाएंगे। इनकी कक्षाओं का संचालन जनपद स्थित अपने ही परिसर में संचालित करने की तैयारी है।

कोई टिप्पणी नहीं:

सिपाही से बाबा बने हत्यारे हरि का साम्राज्य   नारायण हरि साकार।

ढोंगी बाबाओं की श्रृंखला में एक नाम और शुमार हो गया।  नारायण हरि साकार।  यह हत्यारा बाबा रातों-रात नहीं खड़ा हो गया कि एक दिन में इसका सौ करो...